पहली इकाई
- चाँदनी रात
- बिल्ली का बिलंगुड़ा
- कबीर (पूरक पठन)
- किताबें – कविता
- जूलिया
- ऐ सखि ! (पूरक पठन)
- डाॅक्टर का अपहरण
- वीरभूमि पर कुछ दिन
- वरदान माँगूँगा नहीं
- रात का चौकीदार (पूरक पठन)
- निर्माणों के पावन युग में
दूसरी इकाई
- कह कविराय
- जंगल (पूरक पठन)
- इनाम
- सिंधु का जल ( नई कविता )
- अतीत के पत्र
- निसर्गवैभव (पूरक पठन)
- शिष्टाचार
- उड़ान
- मेरे पिता जी (पूरक पठन) हरिवंशराय बच्चन
- अपराजेय
- स्वतंत्र गान – गीत